5 Best Motivational Story In Hindi For Success

ये 5 कहानियां आपको सफल बना सकती है Top 5 Motivational Stories In Hindi For Success

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दोस्तों आज आपको ऐसी top 5 real life inspirational stories in hindi for students success सुनाने वाले हैं,जिससे आपके जीवन पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। 

यकीन कीजिये यदि आप इस प्रेणादायक कहानी की गहराई को समझ पाएंगे तो आपको इस कहानी से काफी कुछ सीखने को मिलेगी।

दोस्तों यकीन मानिये आपको ये Top 5 Real Life Inspirational Stories In Hindi बहुत सिख देगा। ये पांचों कहानी आपके अंदर कुछ करने का जुनून जरूर भर देगा बस आप पुरी कहानी पढियेगा। तो चलिए दोस्तों इस प्रेरणा के भंडार को शुरू करते हैं।

जिंदगी बदलने वाली कहानी | World Best Short Motivational Story in Hindi For Success


यकीन कीजिये ये short motivational story आपके जीवन में ऐसी बदलाव लायेगा जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। इस कहानी को पढ़ने के बाद आपकी आंखे खुल जाएगी। 


आपको इतना ज्ञान तो जरूर प्राप्त हो जाएगा कि किसी के वजह से अपनी जिंदगी बर्बाद नहीं करनी चाहिए। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं।


सोचिए कैसा लगेगा आपके तुम्हारे घरवालों को जब उन्हें ये पता लगेगा कि किसी एक इंसान के चक्कर में तुमने अपनी पुरी जिंदगी को बर्बाद कर लिया।


खुद ही सोच कर देखों ना कि तुम पहले हर चीज़ में कितने अच्छे थे। पढ़ाई में, लिखाई में या फिर किसी भी काम में हर चीज में अच्छे थे तुम।


लेकिन अब तुमको क्या हो गया है ? न खाने में मन लग रहा है और न पीने में,न नींद आ रही है और न चैन, न तो तुमको किसी काम में मन लग रहा है। मुझे भी पता है और तुम्हे भी पता है कि ये चक्कर क्या है, ये मंजरा क्या है और तुम खुद भी इस चक्कर से बाहर निकलना चाह रहे हो।


इस दुनिया की बहुत ही कड़वी सच्चाई तुमको बता रहा हूँ कि दुनिया की कोई भी ताकत तुमको इस जंजाल से बाहर नहीं निकाल सकती सिवाय तुम्हारे अलावा।


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तुम्हारा दर्द, तुम्हारी पीड़ा, तुम्हारी पीड़ा सिर्फ और सिर्फ तुमको नजर आएगी किसी और को नहीं इसलिए किसी और से कोई उम्मीदें लगाना बंद करो और अपने ऊपर भरोसा करना शुरू करो।


तुम इतने कमजोर नहीं हो। ऐसे कई लोग तुम्हारे जिंदगी में आएंगे और कई लोग जाएंगे। तुम्हे क्या लगता है कि किसी एक इंसान के चक्कर में तुम अपनी पूरी जिंदगी को बर्बाद कर दोगे।


मुझे पता है कि तुमको दर्द होती है पीड़ा होती है लेकिन अगर तुमको चोट लगी है और तुम दुनिया के किसी भी महानतम डॉक्टर के पास चले जाओ वो तुम्हारा चोट अभी के अभी ठीक नहीं कर पायेगा।


वो कितनी भी अच्छी दवाई दे देगा लेकिन तुमको दवाई खाना पड़ेगा और समय भी लगेगा। उस घाव को ठीक करने के लिए तुमको समय देना पड़ेगा।


इस बात को हमेशा याद रखना कि जितना बड़ा घाव उतना ज्यादा समय लगेगा। अभी भी उस घाव को लेकर बैठे रहोगे और रोना रोते रहोगे कि मेरे साथ ये हो गया वो हो गया वो मुझे छोड़ के चली गयी तो हमेशा के लिए ऐसे ही रह जाओगे।


हर इंसान के जीवन में दुःख और तकलीफ है लेकिन जो इसका रोना नहीं रोते हैं वहीं ज़िंदगी में आगे बढ़ते हैं। मुझे पता है कि तुम्हे उसकी याद आ रही होगी और तुम उसे अपनी जिंदगी में वापस लाना चाहते हो। 

लेकिन एक बात याद रखना कि अगर रिश्तों की माला एक बार यदि टूट जाये तो उसको वापस दोबारा जोड़ोगे तो वो छोटी हो ही जाएगी।


तो अब ये फालतू की बातें सोचने के बजाय ये सोचों कि जिंदगी में आगे कैसे बढ़ा जाए? कहा था न उसने तुमसे कि तुम अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर पाओगे तुमसे कुछ नहीं होने वाला तो क्या तुम उसको सही साबित कर दोगे।


क्या सच में तुम वैसे ही हो वो जो तुम्हारे बारे में सोचती है कि तुम जिंदगी में कुछ नहीं कर सकते। यदि वाकई में ये सच है कि तुम कुछ नहीं कर सकते अपनी जिंदगी में तो बंद कर दो इसको पढ़ना क्योंकि इसको पढ़ने से कोई मतलब नहीं है।


लेकिन यदि आपके अंदर आग है कुछ बनने की कुछ कर जाने की तो इस कहानी को तब तक पढ़ते रहना जबतक कि तुम अपना खोया हुआ सम्मान खुद से वापस न ले लो।


याद है न तुमको कितना जलील किया गया था और तुम्हें तुम्हारी औकात दिखाई गई थी। अब ये तुम्हारे ऊपर निर्भर करता है कि वो सब भूल जाना है या फिर उन्हें उनकी औकात याद दिलाना है।


मुझे नहीं पता कि तुम खुद का कितना सम्मान करते थे खुद को कितनी इज्जत देते थे लेकिन आज के बाद ये याद रखना कि खुद का सम्मान सबसे पहले होता है।


यदि तुम्हे लगता है कि फिर भी तुम उन्हें नहीं भूल पाओगे तो कौन कहता है भूलने के लिए मत भूलो। बस अपने आप को इतना आगे  बढ़ाओ कि पूरी दुनिया में वो चाहे वो कहीं भी हो तुम्हारी सफलता का गूंज उसकी कानों में अवश्य सुनाई पड़ें।


तो दोस्तों चलो आज से एक काम करते हैं तुम जिसे भी अपनी सफलता का गूंज दिखाना चाहते हो उसका नाम कमेंट बॉक्स में जाकर लिखों और अपने आप से एक वादा करो कि अब तुम नहीं रोवोगे बल्कि रोयेंगे वो जो तुम्हे रुलाने आये थे।


दोस्तों यदि इस मोटिवेशनल कहानी के माध्यम से ये बात आपके दिल तक पहुंचा तो प्लीज इसे शेयर जरूर कर देना।


Short Motivational Story In Hindi For Success | कौवे की सिख भरी कहानी


इस short inspirational story से आपको अपने जीवन को किस नजरिये से देखना चाहिए ताकि आप खुश रहें और सफलता हासिल करेंगे। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं।


एक जंगल में कौवा रहता था। वो हमेशा खुश और मस्ती में रहता था पर उसे बहुत सुंदर पक्षी दिखाई दिया। वो उस पक्षी के पास तुरन्त गया। उस पक्षी का रंग सफेद था।


कौवे ने उस पक्षी से पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है ?
सफेद पक्षी में हँसकर जवाब दिया- हंस। कौवा बहुत खुश हुआ। वो बहुत खुश होकर कहा- यार तुम तो बहुत सुंदर हो और सफेद भी हो तुम्हे तो बहुत मजा आता होगा।


लेकिन हंस ने कहा- मुझसे भी सुंदर कोई और है।
कौवा हैरान रह गया और कहा- कौन है जो तुमसे भी सुंदर है।
हंस न कहा- तोता।
कौवा तुरंत वहाँ  से उड़कर तोते के पास पहुंचा। कौवा उसे देखकर हैरान हो गया। उसने देखा की तोते के गले में लाल रंग और तोता हरे रंग का।


कौवे ने उस तोते से कहा – यार तुम तो बहुत खुश रहते होगे। तुम इतने शानदार जो दिखते हो। तोता ये सुनकर मायूस हुआ और कहा- नहीं मुझसे भी सुंदर और शानदार तो मोर है।


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कौवा वहाँ से उड़कर मोर को ढूंढने लगा। उसने कई दिनों तक मोर को ढूंढा पर मोर उसे नहीं मिला। पर कुछ दिन बाद उसे पता चला कि मोर शहर के एक चिड़ियाघर में है। कौवा तुरन्त चिड़ियाघर पहुंचा और उसने मोर को देखा।


काफी लोग मोर के साथ फोटो खिंचवा रहे थे। ये देखकर कौवे को थोड़ी जलन हुई। फिर भी कौवा मोर के पास गया और कहा- यार तुम्हारी जिंदगी में तो मजे ही मजे है पर मोर उदास हो गया।


फिर मोर ने कहा- किस बात की मजे। मैं भले ही दिखने में शानदार और सुंदर हूँ लेकिन मेरी पुरी जिंदगी इस बंद पिंजरे में ही गुजरने वाली है।

फिर मोर ने कहा- यार किस्मत वाले तो तुम हो। खुले आसमान में जहाँ चाहे जब मन करे जा सकते हो।


Moral Education Story इस कहानी से सिख


दोस्तों इस प्रेणादायक कहानी से एक सिख मिलती है कि जिंदगी में तुम अपनी तुलना किसी से कभी मत करना वरना तुमको एक दिन एहसास जरूर होगा कि तुम जैसे थे सबसे अच्छे थे।


तुम किसी से अपनी तुलना करके खुद को छोटा समझने लगते हो और दुःखी रहने लगते हो। इसलिए खुद पर ये विश्वास हमेशा रखना कि तुम चाहे जैसे भी हो इस दुनिया में अनमोल हो।


दो मछुआरों की कहानी | Short Inspirational Stories in Hindi For Students Success

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दोस्तों इस short inspirational story से हमको ये पता चलेगा कि कोई अवसर को खाली नहीं जाने देना चाहिए क्योंकि ये छोटे छोटे अवसर ही मिलकर एक दिन बड़े सफलता का रास्ता बनाती है। ऐसे ही दो मछुआरों की कहानी है जो आपको काफी सिख देगी तो चलिए शुरू करते हैं।

कई बार हम अपनी जिंदगी में आने वाले अवसर को और छोटे-छोटे मौकों को गंवा देते हैं। एक बार की बात है जब ऐसे ही कुछ हुआ।


एक नदी के किनारे दो मछुआरे बैठे मछली पकड़ रहे थे। दोनों जल्दी से जल्दी मछली पकड़ कर घर जाना चाहते थे। मछली पकड़ने के लिए दोनों मछुआरों ने नदी में अपना अपना कांटा फेंका और मछली के फसने का इंतजार करने लगें।


दोनों न एक दूसरे को देखा और फिर से नदी की तरफ आंखे बिछाये मछली फंसने का इंतजार करने लगे। अभी कुछ ही देर हुई थी कि पहले आदमी के कांटे में एक बड़ी सी मछली फंस गई और वो उसे देखकर बहुत खुश हुआ।


उसने दूसरे मछुआरे के तरफ देखकर हँसने लगा और अपने पास रखे एक बड़े से डब्बे में उस मछली को रख दिया। फिर से एक कांटा नदी में फेंका। कुछ देर बाद उसके कांटे में छोटी छोटी मछलियां भी फंस गई और वो बहुत खुश हुआ। उसने अपनी सारी मछलियों को डिब्बे में रख दिया।


करीब एक घण्टे से ज्यादा हो गया था लेकिन दूसरे आदमी के कांटे में एक भी मछली नहीं फंसी। ये देखकर दूसरे मछुआरे ने कहा- मैं तुम्हारी कुछ मदद कर देता हूँ। लेकिन उस दूसरे मछुआरे ने बिल्कुल मना कर दिया।


कुछ ही देर में उस दूसरे मछुआरे के कांटे में एक बड़ी सी मछली फंसी। अब उसने थोड़ी देर तक उस मछली को देखा और फिर से उसे नदी में फेंक दिया।


ये देखकर पहला मछुआरा थोड़ा हैरान तो हुआ लेकिन कुछ कहा नहीं। देखते-देखते उस दूसरे मछुआरे के कांटे में और भी कई तरह की बड़ी मछलियां फंसी। लेकिन फिर से वो ऐसा ही करता। कोई मछली फंसती थी तो पहले वो उसे ध्यान से देखता और फिर से उसे नदी में फेंक देता।


अब ये सब पहले मछुआरे से देखा नहीं गया और उसने दूसरे मछुआरे से पूछ ही डाला कि जब तुम्हारे कांटे में मछलियां फंस रही है तो तुम उसे नदी में क्यों फेंक रहे हो और तुम यहाँ पर अपना टाइम खराब क्यों हो रहे हो?


उस दूसरे मछुआरे ने कहा- वो सारी मछलियां बड़ी थी और मेरे पास कोई भी उतना बड़ा बर्तन नहीं है कि मैं उन्हें पका सकूँ इसीलिए उन्हें नदी में फेंक रहा हूँ। मैं कोई छोटी सी मछली की तलाश में हूँ जो मेरी बर्तन में आ सके और मैं उसे आसानी से पका सकूँ।


उसका जवाब सुनकर पहला मछुआरा जोर से हंसकर कहा- दोस्त अगर तुम्हारे पास मछली जितना बड़ा बर्तन नहीं है तो तुम बड़ी मछली को काट कर भी तो पका सकते हो। मछली को कोई बगैर काटे थोड़े न पकाता है।


तो दोस्तों मैं यहाँ एक बात कहना चाहूंगा कि हममें से ज्यादा लोग उस दूसरे मछुआरे के जैसे होते हैं। एक बड़ा सा लक्ष्य हासिल करने के जिद में हम अपने रास्ते में आये हुए छोटे छोटे मौके और अवसर को देख नहीं पाते।


कई बार ये छोटे छोटे मौके ही हमें बड़े लक्ष्य की तरफ ले जाते हैं। तो हमें अपनी जिंदगी में आने वाले हर मौके को हर अवसर को खुशी से स्वीकार करने की जरूरत है। हो सकता है यहीं छोटे छोटे मौके आपके बड़े लक्ष्य की तरफ लेकर जाएं।


दोस्तों हमेशा याद रखिये कि अगर सपने आपके हैं तो पुरे भी आप ही करोगे क्योंकि न तो हालात और न कभी लोग आपके हिसाब से होंगे।


हमेशा एक बात कहता हूँ कि आप अपने जिंदगी में सब कुछ हासिल कर सकते हो, हर वो चीज़ हासिल कर सकते हैं जो आप चाहते हैं।


ये कहानी आपको अवसरों को पहचान कराएगी | Short Inspirational Stories In Hindi for Students Success


दोस्तों इस short inspirational story से आप सभी को अवसरों को कैसे सही उपयोग किया जाता है ताकि बाद में आपको कोई पछतावा नहीं हो। ये प्रेणादायक कहानी आपको सिखाएगी कि मौके हर बार नहीं आते।


अवसर पास आती जरूर है पर उसका सही उपयोग कैसे किया जाये ये कहानी पढ़ने से सिख मिल जाएगी। तो चलिये दोस्तों शुरू करते हैं।


एक कुम्हार अपने गधे को लेकर कहीं जा रहा था। गधे को ले जाते  समय रास्ते में एक कीचड़ लगा हुआ रक पत्थर पड़ा हुआ था। वो पत्थर पर लात मारता गया और उस पत्थर से मिट्टी हटती गयी।


दोस्तों थोड़ी दूर ऐसे ही मारते हुए जाने के बाद वो पत्थर चमकने लगा। वो आदमी सोचने लगा कि ये कैसा पत्थर है। उसने वो पत्थर उठाया और गधे पर रखे हुए थैले में उसको रख दिया।


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पत्थर रखकर वो चलता गया। तभी एक जौहरी की नजर उस पर पड़ी। वो देखा कि इतना चमकदार पत्थर, उसको लगा कि ये पत्थर नहीं हो सकता है ये जरूर हीरा होगा। जौहरी भागते हुए उस कुम्हार के पास आया।


जौहरी कुम्हार के पास आकर बोला- कुम्हार इस पत्थर को गधे पर लाद कर कहा ले जा रहे हो। क्या करोगे इसका ?
कुम्हार बोला- ये पत्थर और पत्थरों से अलग था तो मैंने इसको रख लिया।
जौहरी बोला- कितने का ये पत्थर देगा।

कुम्हार बोला- देखिये मैं इसको बहुत दूर से ले आया हूँ कम से कम दो रुपये तो देने पड़ेंगे।
जौहरी बोला- नहीं-नही एक रुपये में देना है तो दे दो।
कुम्हार बोला- हमको एक रुपये में नहीं देना है मैं जा रहा हूँ।
जौहरी बोला- ठीक है मत दो जाओ मुझे नहीं चाहिए।


कुम्हार वहाँ से चला जाता है। फिर वो जौहरी सोचता है कि लगता है कि कुम्हार को पता नहीं है कि वो पत्थर नहीं हीरा है। उसने सोचा कि ये हीरा कम से कम तो 100 रुपये में बिकेगा तो दो रुपये में भी कोई घाटा नहीं है। वो जौहरी फिर कुम्हार के पीछे भागता हुआ पहुंचा तबतक कुम्हार 3 किलोमीटर और दूर जा चुका था।


जौहरी पहुंच कर कहता है कि चल भाई दो रुपये में ही वो पत्थर दे दो। कुम्हार कहा भाई अब तो मैं 5 किलोमीटर दूर आ गया। मैंने कहा था न कि दो किलोमीटर पर दो रुपये चाहिए अब 5 किलोमीटर आ गया तो 5 रुपये तो चाहिए।


जौहरी बोला – चलो ठीक है पाँच रुपये में ही दे दो।
कुम्हार कहा पर मैं तो इसे किसी और को दे चुका हूँ।
जौहरी कहा- किसे ?
कुम्हार कहा- सामने वाले जौहरी ने आकर ये पत्थर मांगा तो मैंने कहा 5 रुपये में दूंगा। उसने मुझे 10 रुपये देकर कहा- ये 5 रुपये इस पत्थर के और 5 रुपये के तुम कुछ खा लेना तो मैंने उसको दे दिया।

जौहरी कहा- अरे बेवकूफ 100 रुपये का हीरा था और तुमने उसको 10 रुपये में दे दिया।


कुम्हार बोला- मैं तो तुमको दो रुपये में दे रहा था और तुम मुझे बेवकूफ बोल रहे हो। बेवकूफ मैं नहीं तुम हो क्योंकि मुझे तो पता नहीं था कि ये हीरा है तो मेरे लिए दो रुपये ही ज्यादा था परंतु तुमको तो पता था कि ये 100 रुपये का हीरा है फिर तुमने दो रुपये क्यों नहीं खरीदी।


दोस्तों यहाँ इस प्रेणादायक कहानी से बहुत बड़ी सिख मिलती है कि अवसर हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी जरूर आती है। हम ही उस अवसर को पहचान नहीं पाते और उस अवसर को ठुकड़ा देते हैं।


दोस्तों अवसर तो आएगा पर जो लोग अपने जीवन में अवसर को भुनाएंगे,उस पर अमल करेंगे, उस अवसर को आखिरी अवसर समझ कर काम करेंगे वहीँ लोग एक दिन सच्चे विजेता बनेंगे और सफलता हासिल करेंगे।


एक साधु के मूर्खता की कहानी | Short Inspirational Story In Hindi With Moral


इस short inspirational story से आपको मौकों को पहचानने की सिख मिलेगी क्योंकि कोई मौका कब किस रूप में आपके सामने आएगी और चली जायेगी। अगर आप उस अवसर को पहचान नहीं पाएंगे तो जिंदगी भर पछताने के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।


इस प्रेणादायक कहानी को पढ़ने के आपकी आंखें जरूर खुल जाएगी। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं।

एक बार एक गांव में एक साधु रहता था जो भगवान पर बहुत विश्वास रखता था। वो साधु एक बार एक पेड़ के निचे बैठा भगवान को याद कर रहा था। तभी अचानक वहाँ बाढ़ आ गयी। चारों तरफ पानी ही पानी भर गया।


सब लोग जान बचाने के लिए ऊपर पहाड़ की तरफ भागने लगें। उनमें से एक आदमी ने देखा कि साधु जी इस हालत में भी भगवान की तपस्या कर रहे हैं। वो अपनी जान बचाने के लिए कहीं जा क्यों नहीं रहे हैं ?


उसने साधु से बोला- आप कहीं जा क्यों नहीं रहे हैं ? आप भी हमारे साथ पहाड़ पर ऊपर चलिये। साधु ने कहा- अरे! मुझे क्या हो सकता है, भगवान की इतनी तपस्या करता हूँ कि मुझे कुछ भी नहीं हो सकता है। भगवान मुझे खुद ही बचायेगा।


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धीरे-धीरे पानी साधु के कमर तक आ गयी। पानी ज्यादा बढ़ने से लोग वहां से नाव के द्वारा भागने लगे। उन लोगों में से एक आदमी ने कहा – पानी आपके कमर तक आ चुका है आप हमारे नाव में चलिये। अभी भी हमारे नाव में एक आदमी का जगह बचा हुआ है।


साधु न फिर कहा- नहीं आप जाओ भगवान मुझे खुद बचाने आयेगा। फिर नाव वाला भी वहाँ से चला गया। कुछ देर में पानी इतना बढ़ गया कि साधु को पेड़ के ऊपर चढ़ना पड़ गया। धीरे धीरे पानी इतना बढ़ गया कि लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर भी आ गए।


हेलीकॉप्टर में से बचाव कर्मी ने एक रस्सी नीचे फेंका और कहा- आप इस रस्सी को पकड़ लो और ऊपर आ जाओ। ये आखिरी हेलीकॉप्टर है और तुम्हारे पास बचने के लिए कोई और रास्ता भी नहीं है।


साधु ने कहा- इस रस्सी को वापस ऊपर खींच लो और आप चले जाओ मुझे अपने भगवान पर पूरा भरोसा है वो मुझे जरूर बचा लेगा। पानी काफी ऊपर आ गया और पेड़ डूब गया। साधु के डूबने से मौत हो गयी।


मरने के बाद साधु भगवान के पास गया और बोला- हे भगवान! मैंने पुरी जिंदगी तेरी तपस्या किया,मेरा पुरा जीवन तेरी अराधना करने में बीत गया फिर भी मैं तुम पर इतने भरोसे के साथ इंतजार किया कि तुम मुझे बचाने जरूर आओगे। लेकिन मेरी वहाँ डूब कर मौत हो गयी पर तुम नहीं आये ऐसा क्यूँ?


भगवान बोले- मुर्ख इंसान एक नहीं तीन बार आया था और तीनों बार मैं ही तो था। एक बार पैदल और एक बार नाव के साथ और तीसरा हेलिकॉप्टर के साथ। लेकिन तुमने मेरा एक भी बात नहीं मानी पता नहीं तुम किसका इंतजार कर रहे थे।


इस तरह जिंदगी में ऊपर वाले हमें बहुत मौके देता है लेकिन हम उन सबको ठुकड़ा कर न जाने किस बात का इंतजार कर रहे होते हैं कि ऐसा होगा तभी कुछ करूँगा।


ऐसे ही बात पर अड़े रहने से एक समय ऐसा भी आता है जब सारे मौके हाथ से निकल जाते हैं और हम असफल रहा जाते हैं।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि इस Top 5 Real Life Inspirational Stories In Hindi For Students & Success से आपके दिमाग पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।


आप इस best 5 short motivational story से बहुत प्रभावित हुए होंगे। अगर आपको ये कहानियां अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। धन्यवाद दोस्तों।।

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