Bill Gates Biography & Success Story In Hindi | बिल गेट्स का जीवन परिचय

Bill Gates Biography & Success Story In Hindi | बिल गेट्स का जीवनी, स्टोरी, कुल सम्पति, अनमोल वचन

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Bill Gates Biography in Hindi – आज हम जिस महान शख्स की biography को सुनने जा रहे हैं, उनके बारे में लिखने के लिए शायद दुनिया में हर किसी के पास शब्द कम पड़ जायेंगे। अथवा ये समझ लीजिए कि उनके गुणों को बयां करने के लिए शब्द कम पड़ जायेंगे। जी हाँ हम ऐसे शख्स के बारे में बातें कर रहे हैं जिनका नाम दुनिया के हर कोने में छाया होगा। वैसे शख्स का नाम Bill Gates (बिल गेट्स) है।

 

Bill Gates की पूरी जीवनी के बारे में जानेंगे। एक साधारण व्यक्ति दुनिया का सबसे अमीर इंसान कैसे बना और इस मुकाम तक पहुंचने के लिए क्या-क्या करना पड़ा उसके बारे में पूरी विस्तार से जानते हैं।

 

Success Story Of Bill Gates In hindi| बिल गेट्स की जीवनी

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बिल गेट्स की जीवनी
Bill Gates Income in hindiबिल गेट्स धरती पर मौजूद तीसरे सबसे अमीर इंसान में से एक है। Bill Gates की सम्पत्ति लगभग 112 billion $ की सम्पत्ति है। यानी लगभग 8 लाख 39 हजार करोड़ भारतीय रुपये हैं। और बिल गेट्स पर मिनट लगभग 15 लाख रुपये कमा लेते हैं। सिर्फ यही नहीं वो जब तक जिंदा रहेंगे ऐसे ही 15 लाख रुपये या उससे भी अधिक रुपये कमाते रहेंगे।

 

उनके बारे में कहा जाता है कि अगर बिल गेट्स के पास अगर खुद का एक देश होता तो वे इस पूरी दुनिया का 37वाँ सबसे अमीर देश होता। सफलता के इस मुकाम को हासिल करने के लिए बिल गेट्स ने अपने जीवन में जो कुछ किया है उसके बारे में पूरी विस्तार से जानते हैं। बस दोस्तों एक छोटा सा रिक्वेस्ट इस post को पूरा पढियेगा।

 

बिल गेट्स का जन्म 28 अक्टूबर सन 1955 के दिन Seattle Washington United State Of America में हुआ था। उनका पूरा नाम William Henry Gates है। उनके पिता का नाम William Henry Gates Sr.(विलियम हेनरी गेट्स सीनियर) और उनकी माता का नाम Marry Maxwell Gates ( मेरी मैक्सवेल गेट्स) था।

 

बिल गेट्स की शिक्षा | Bill Gates Education Qualification In Hindi

 

 जब वे बड़े हुए तो उनके माता-पिता ने उनका दाखिला Lakeside School (Seattle) में करवाया जो कि वहाँ मौजूद उस समय का सबसे अच्छा School था। अपने school में बिल गेट्स पढ़ाई-लिखाई के दौरान बहुत तेज विद्यार्थी साबित हुए। उनमें बचपन से ही पढ़ने-लिखने की एक अलग ही भूख थी। वो घन्टो तक school में मौजूद book के साथ-साथ encyclopedia भी पढ़ा करते थे।

 

सन 1969 में बिल गेट्स ने अपना high school का पढ़ाई शुरू किया। ये वो दौर था जब इंसान पहली बार चाँद पर गया था। और ये मिशन कंप्यूटर के वजह से ही सफल हुआ था। उसी दौरान Seattle नाम की एक कम्पनी ने Lakside School  को अपना कंप्यूटर विद्यार्थियों को सिखाने और जानने के लिए दिया।

 

बिल गेट्स तो पहले से ही किसी भी चीज़ को ज्यादा से ज्यादा जानने के लिए उत्सुक रहते थे। इसलिए उन्होंने अपना दाखिला Computer क्लास में करा लिया। उनकी कंप्यूटर में दिलचस्पी बहुत जल्दी बढ़ने लगी। 

 

वे हमेशा ये जानने की कोशिश करते थे कि आखिर ये कंप्यूटर काम कैसे करती है। इसीलिए बिल गेट्स ये सब जानने के लिए ज्यादा से ज्यादा समय कंप्यूटर में ही बिताने लगे।

 

एक दिन कंप्यूटर क्लास में उनकी मुलाकात Paul Allen से हुई जो कि उनसे उम्र में दो साल बड़े थे। वैसे Pull Allen और बिल गेट्स का ख्याल और विचार एक दूसरे से बिल्कुल विपरीत थे। जहाँ Allen थोड़ा शर्मीले और शांत स्वभाव के लड़के थे, वही बिल गेट्स का स्वभाव उनसे बिल्कुल भिन्न था। 

 

लेकिन कंप्यूटर को लेकर दोनों की एक दूसरे से मिलती-जुलती धारणाओं और विचारों की वजह से दोनों एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त बन गए। उस समय ये कोई सोच भी नहीं सकता था कि एक दिन ये दोनों मिलकर इस दुनिया को बदलकर रख देंगे।

 

सन 1970 में उन्होंने Paul Allen के साथ मिलकर Traf-O-Data नाम का एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जो Seattle शहर में होने वाले यातायात प्रवाहक को मापने का काम करता था। उस समय बिल गेट्स सिर्फ 15 साल के थे। तब इसके लिए उनको पूरे 20 हजार डॉलर मिले। जो कि इनकी पहली कमाई थी। इसी के साथ बिल गेट्स ने Technology की दुनिया में प्रवेश कर लिए।

 

सन 1972 में केवल 17 साल के उम्र के बिल गेट्स थे तब उन्होंने Paul Allen के साथ मिलकर अपनी खुद की कंपनी खोलने के बारे विचार करना शुरू कर दिया। लेकिन Bill के माता-पिता ने पहले उनको High School का शिक्षा खत्म कर College जाने में जोर दिया क्योंकि उनके पिता उस समय के एक प्रख्यात वकील थे। इसलिए उनके पिता चाहते थे कि बिल गेट्स कानून की शिक्षा लें।

 

सब 1973 में बिल गेट्स ने High School की शिक्षा खत्म किया और exam में 1600 में से 1590 अंक  लाकर अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया। जिस पर उनके माता-पिता बहुत खुश हुए। इसके बाद उन्होंने बिल का admission  Harvard University (हार्वर्ड यूनिवर्सिटी) में करवा दिया। उनके पिता चाहते थे कि बिल गेट्स कानून की शिक्षा लें।

 

लेकिन बिल गेट्स का सपना तो कुछ और बनने में  था। फिर भी उन्होंने Law में अपना career बहुत ध्यानपूर्वक बनाने पर जोर ध्यान दिया। लेकिन उसमें उन्हें कोई भी ऐसा विषय नहीं मिला जिसमें उन्हें कंप्यूटर जितनी रुचि हो। इसलिए उन्होंने अपना ज्यादा से ज्यादा समय Harvard Computer Centre में बिताने लगें।

 

दिसंबर 1974  में Paul Allen को Popular electronics नाम की एक मैगजीन मिली। जिसके कवर पेज पर दुनिया के सबसे पहले mini computer किट Altair 8800 की घोषणा की गई थी। ये खबर मिलते ही Allen बिल गेट्स के पास गए और उनको सब कुछ बताया। दोनो इस बात से बहुत खुश हुए। क्योंकि वो जानते थे, अगर ये कंप्यूटर बन गया तो दुनिया में हर एक इन्सान इसे इस्तेमाल करके अपना काम आसान कर सकेगा।

 

The Altair 8800 न्यू मैक्सिको में एक Ed Roberts कम्पनी द्वारा बनाया गया था। Henry Ed Roberts जो कि इस कम्पनी को चला रहे थे। वो तलाश कर  रहे थे किसी ऐसे इंसान की जो ऐसा सॉफ्टवेयर बना पाये। जो कि उनके इस कंप्यूटर को चला सके।

 

Bill और Allen के पास अपनी किस्मत को चमकाने के एक बहुत बड़ा मौका था। इसलिये उन्होंने इस कम्पनी से contact किया। और उन्होंने ये घोषणा किया कि वो एक बेसिक सॉफ्टवेयर के प्रोग्राम के ऊपर काम कर रहे हैं। जो कि Altair Computer को चलायेगा। उसके बाद उन दोनों ने Harvard Computer Centre में पूरे दो महीने तक दिन-रात काम की और एक सॉफ्टवेयर बनाया।

 

फरवरी 1975 को Paul Allen उस Software को  टेस्ट करवाने के लिए गए। जब वो Software Altair 8800 में install किया गया तो वो सही से काम करने लगा। ये पल उनके ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन पल में से एक था। इस सॉफ्टवेयर की वजह से कंप्यूटर उद्योग पर बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला। तभी से उन्होंने अपने जीवन में कभी न रुकने का फैसला कर लिया।

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Microsoft Company History in Hindi

 

सिर्फ 19 साल की उम्र में सन 1975 में बिल गेट्स ने Paul Allen के साथ मिलकर Microsoft  कम्पनी की स्थापना की और Ed Roberts और उनके कम्पनी के साथ मिलकर काम करने लगे। इसके बाद देखते ही देखते कंप्यूटर की खपत इतनी बढ़ गयी कि बिल गेट्स ने अपनी पढ़ाई फाइनल ईयर से पहले ही छोड़ दिया।

 

इस सफर के शुरुआती दौर में Bill और Allen को इस बीच अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा क्योंकि लोगों में कंप्यूटर खरीदने को लेकर एक ऐसा फेमस धारणा उत्पन्न होने लग गया था जिसमें लोग Personal कंप्यूटर तो खरीद रहे थे लेकिन information और सॉफ्टवेयर को एक दूसरे के साथ share कर लेते थे। 

 

इसीलिए किसी को भी सॉफ्टवेयर के लिए पैसे खर्च करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। जबकि बिल गेट्स और Allen को इस सॉफ्टवेयर को बनाने में काफी मेहनत लगी थी। इसलिए उनको इस बात का बहुत बुरा लगता।

 

फरवरी सन 1976 में Bill ने कंप्यूटर में रुचि रखने वालों के लिए यह कह कर एक पत्र लिखा कि बिना किसी सॉफ्टवेयर को खरीदे उसका इस्तेमाल करना मतलब किसी नए सॉफ्टवेयर को बनने से पहले ही रोक देना होगा। लेकिन लोगों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जिससे बिल गेट्स काफी निराश हुये।

 

लेकिन उनकी कुशाग्रता न केवल सॉफ्टवेयर बनाने में थी,बल्कि उसके साथ साथ Business को आगे बढ़ाने और उसको Top पर ले जाने की भी थी। जरूरत पड़ने पर वो कम्पनी में employee द्वारा बनाये गए Code को खुद चेक करते और उसमें से error को निकालते।

 

Bill Gates की दिन रात की मेहनत और लगन के वजह से कम्पनी की तरक्की दिन प्रतिदिन AppleIntel और IBM के जैसी Hardware बनाने वाली कंपनी के जैसा बढ़ता ही जा रहा था। इसके बाद फिर माइक्रोसॉफ्ट ने नए software का अलग-अलग भाषाओं में विस्तार किया।और अन्य कंप्यूटर कंपनियों को अपने उत्पादों को बेचना शुरू कर दिया।

 

सन 1978 के अंत तक आते-आते इन सॉफ्टवेयर की बिक्री 1 मिलियन यानी 10 लाख से भी ज्यादा हो गयी। और सन 1978 से लेकर 1981 के बीच माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी में बहुत ही आश्चर्यजनक विकास देखने को मिला। औऱ बहुत ही कम समय मे माइक्रोसॉफ्ट में कर्मचारियों की संख्या 13 से 128 हो गयी।

 

नवम्बर सन 1980 में माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के पास एक ऐसा मौका आया जिसने Bill और Allen के किस्मत को बदल कर रख दिया। क्योंकि उस समय दुनिया की सबसे बड़ी कम्प्यूटर बनाने वाली कम्पनी IBM ने माइक्रोसॉफ्ट को एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने की पेशकश की जो उनके अपने बनाये हुए नए personal कंप्यूटर में काम कर सके। ये Bill और Allen के लिए खुद को साबित करने का बहुत अच्छा मौका था।

 

इसीलिए उन्होंने IBM के लिये माइक्रोसॉफ्ट ने MS-DOS बनाया। जिसको IBM कम्पनी ने इस सॉफ्टवेयर के source code को $50000 में खरीदना चाहा। लेकिन दोस्तों बिल गेट्स बहुत ही चालक और बुद्धिमान बिज़नेस मैन थे। उन्होंने IBM के इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया। क्योंकि बिल गेट्स चाहते थे कि IBM जितने भी कंप्यूटर में उनका सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर के बेचे उस हर एक कंप्यूटर पर माइक्रोसॉफ्ट भी पैसा कमाये।

 

इसीलिये IBM कम्पनी को उनके बेचे गए हर एक PC पर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को लाइसेंस fee चुकानी पड़ती थी। ऐसे ही मार्केट में कुछ और कंपनियां भी आयी, जिन्होंने उस समय की सबसे बड़ी कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी IBM से भी सस्ते दाम में कंप्यूटर मार्केट में उतारे और इन सारी कम्पनियों को भी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सॉफ्टवेयर बेचे।

 

सन 1981 के मध्य में बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के प्रेसिडेंट और Paul Allen एग्जेक्युटिव वाईस प्रेसिडेंट बन गए। दोस्तों सन 1983 तक आते-आते माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी का टर्न ओवर 4 मिलियन डॉलर से बढ़कर 16 मिलियन डॉलर हो गया। और पूरी दुनिया मे जितने भी personal computer थे उसमें से 30℅ कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का सॉफ्टवेयर चलाया जा रहा था।

 

सिर्फ 1983 तक जहाँ बिल गेट्स सिर्फ 28 साल के उम्र में कामयाबी के शिखर को छू रहे थे और पूरी दुनिया में Bill और Allen के बनाई हुई सॉफ्टवेयर के डिमांड बढ़ती जा रही थी वहीं दूसरी तरफ Paul Allen को काफी गम्भीर बीमारी हो गयी जो कि cancer की श्रेणी में आती थी। हालांकि लगभग एक साल बाद paul allen धीरे-धीरे ठीक होने लगे। 

 

लेकिन वो अब माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी में रोज के काम मे ज्यादा हिस्सा नहीं लेते थे और इसीलिए उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट को छोड़ दिया। Paul Allen के कम्पनी छोड़ने के साथ ही Bill और Allen की पार्टनरशिप का अंत हमेशा के लिए हो गया।

 

सन 1984 में केवल बिल गेट्स ही माइक्रोसॉफ्ट का इकलौता चेहरा रह गए और उनके लगातार प्रयास और लगन से सन 1985 में उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 140 मिलियन डॉलर से भी अधिक की कारोबार किया।

 

सन 1986 में बिल गेट्स ने पहली बार माइक्रोसॉफ्ट का एक नया प्रोडक्ट microsoft windows मार्केट में उतारा। जिसे कोई भी कंप्यूटर को बड़े ही आसानी से mouse के जरिये इस्तेमाल कर सकता था। और फिर 1986 में ही बिल गेट्स ने अपनी कंपनी को सार्वजनिक कर दिया। 

 

जिसने माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी को एक नया वितीय और  रचनात्मक आधार दिया और उन्होंने कुल स्टॉक का 45℅ हिस्सा अपने पास रखा। जिसने उन्हें 31 साल की उम्र में अरबपति बना दिया था।

 

सन 1987 तक बिल गेट्स इस दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक बन गए थे। लेकिन इस साल माइक्रोसॉफ्ट को एक बहुत बड़े crisis का सामना करना पड़ा। क्योंकि IBM ने माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के सॉफ्टवेयर MS-DOS को अपने खुद के बनाये software OS/2 से बदल दिया और माइक्रोसॉफ्ट को IBM से अलग कर दिया। 

 

लेकिन Bill gates ने अपनी कंपनी के सबसे बड़े कस्टमर को खो देने के बाद भी हार नहीं मानी। इसके बाद उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट विंडो को upgrade करना शुरू कर दिया।

 

22 मई 1990 में माइक्रोसॉफ्ट ने एक नई window 3.0 को लांच किया। साथ ही साथ बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट प्रोडक्ट की कीमतें भी घटा दी। इसके पीछे इनका मकसद था कि और कोई भी सॉफ्टवेयर बनाने वाली कम्पनी उनके सामने टिक न सकें। और इसी वजह से IBM कम्पनी की OS/2 सॉफ्टवेयर मार्केट में फेल हो गया। और Microsoft Windows 3.0 बहुत जल्दी सबसे ज्यादा बिकने वाली window बन गयी।

 

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का बुरा समय अब भी खत्म नहीं हुआ था क्योंकि सन 1993 में माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी की न्याय विभाग द्वारा कुछ कानूनी जांच की गई। जिसमें पाया गया कि माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी कंप्यूटर निर्माताओं द्वारा बेचे गये कंप्यूटर के कुल संख्या के आधार पर licence fee चार्ज कर रही थी। चाहे उसमें माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी का सॉफ्टवेयर install किया ही गया न हो।

 

जुलाई सन 1994 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को न्याय विभाग की बात को माननी पड़ी और उनको ये चार्ज लगाना बंद करना पड़ा। उनके इस निर्णय के बाद न्याय विभाग द्वारा ये केस को बंद कर दिया गया।

 

Bill Gates की फैमिली | Bill & Melinda Gates Foundation

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Bill Gates & Melinda Gates
इस घटना के बाद इसी साल 1 जनवरी 1994 में बिल गेट्स ने 37 साल की उम्र में उन्ही के कंपनी में बहुत साल से काम कर रही 28 वर्षीय Melinda French (मलिंडा फ्रेंच) से शादी कर लिया। लेकिन उनकी शादी के बस कुछ महीने ही बाद 10 जून 1994 को ब्रेस्ट कैंसर के कारण उनके माँ की मृत्यु हो गयी। इस घटना से Bill Gates बहुत दुखी हुए।

 

सन 1995 माइक्रोसॉफ्ट के लिये बहुत ही अच्छा रहा, क्योंकि इस साल बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट windows 95 को लांच किया था। दोस्तों बिल गेट्स 42 साल की उम्र तक अमेरिका में रहने वाले दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गये थे। जिनके पास 50 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी। जो बढ़ते-बढ़ते आज 90 बिलियन डॉलर से भी अधिक हो गयी है।

 

अब बिल गेट्स के पास दो बेटियां और एक बेटा है।लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतना अपार धन होने के बावजूद भी बिल गेट्स ने अपने धन में से अपने बच्चों को सिर्फ अपनी 10 मिलियन डॉलर देकर जाने का फैसला किया है। जो कि इनकी दौलत का बहुत ही छोटा सा हिस्सा है। 

 

उनके इस फैसले के बारे में पूछे जाने पर बिल गेट्स सिर्फ इतना ही कहते हैं कि मैं अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दूंगा। उनको अपने पैरों पर खुद ही खड़ा होना पड़ेगा। लेकिन मेरे बच्चों के लिए इतनी अधिक दौलत छोड़कर जाना उचित नहीं है।

 

मैंने कुछ साल पहले महसूस किया कि जो दौलत समाज से आयी है वो समाज में ही वापस जानी चाहिए। इतनी दौलत जिसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है, वो किसी के बच्चों को नहीं जानी चाहिए। ये उनके लिए सही नहीं होगा।

 

कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला window operating system दुनिया का 80℅ से भी ज्यादा उपयोग होने वाला operating system है। जिसे माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी ने बनाया है। आज बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर और कामयाब बिज़नेस मैन में से एक है।

 

बिल गेट्स एक अच्छे बिजनेसमैन होने के साथ ही उनके मानव प्रेमी स्वभाव और बेसुमार दौलत दान कर देने के कारण उन्हें कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। सन 2014 में बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के चेयरमैन के पद से हटकर सत्या नाडेला को इस कम्पनी का CEO बनाया जो कि एक भारतीय है।

 

अब बिल गेट्स अपनी पत्नी Melinda Gates के साथ मिलकर एक NGO Bill & Melinda Gates Foundation चलाते हैं। और पूरी दुनिया में भलाई का काम करते हैं।

 

लेकिन 5 मई 2021 को एक ऐसा खबर जिसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। कोई भी इस खबर पर विश्वास करने को तैयार नहीं था। खबर भी ऐसी ही थी। 27 सालों से चली आ रही खुशहाल शादीशुदा जीवन को त्यागकर इन्होंने अलग रहने का फैसला कर लिया। लेकिन इन दोनों महान हस्तियों के अलग होने का क्या वजह है, इसकी अभी उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है।

 

दोस्तों बिल गेट्स के द्वारा कही गयी कुछ प्रेणादायक और महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।

 

Bill Gates Top 16 Motivational Quotes In Hindi – बिल गेट्स का अनमोल वचन

● अपने आप की तुलना किसी से मत करो यदि आप ऐसा कर रहे हैं तो स्वयं आप अपनी बेइज्जती कर रहे हैं।


● जब आपके हाथ मे पैसा होता है तो केवल आप भूलते हैं कि आप कौन है लेकिन जब आपके हाथ खाली होते हैं तो सम्पूर्ण संसार भूल जाता है कि आप कौन है।

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● यदि आप गरीब परिवार में जन्म लिए हैं तो ये कतई आपकी गलती नहीं है। लेकिन अगर आप गरीब  जन्म लेकर गरीब ही मर जाते हैं तो ये सरासर आपकी गलती है।


● मैं एक कठिन काम को करने के लिए एक आलसी इंसान को चुनूँगा, क्योंकि आलसी इंसान उस काम को करने का एक आसान तरीका खोज लेगा।


● अगर आप अच्छा नहीं बना सकते तो कम से कम इतना तो कीजिये कि वह अच्छा दिखे।


● सफलता हमारे जीवन का सबसे घटिया शिक्षक में से एक है, क्योंकि लोगों में एक ऐसा गलत सोच विकसित कर देता है कि वे कभी अपने जीवन में असफल नहीं हो सकते।

● अगर आप अपने लाइफ में बड़े जीत हासिल करना चाहते हैं तो आपको बड़े बड़े जोखिम भी उठाने पड़ेंगे।


● आप कभी भी एक काम में सफलता पाकर रुको नहीं, क्योंकि अगर दूसरे काम में असफल हो गए तो लोग कहेंगे कि वो सफलता तो भगवान भरोसे हुआ था।


● सफलता से मिली खुशियों को मनाना जितना महत्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण असफलता और बुरे वक्त से सिख लेना है।


● जीवन अनुकूल नहीं है बस इसके साथ जीने की आदत डाल लो अनुकूल बन जाएगी।


● धन्यवाद दो उन सभी लोगों का जिन्होंने बुरे समय मे तुम्हारा साथ छोड़ा, क्योंकि उनको पता था कि आप अकेले ही इतिहास रच दोगे।


● एक निश्चित मात्रा से अधिक मेरे लिए धन दौलत की कोई उपयोगिता नहीं है।


● आपका जीवन कितना भी छोटा क्यों न हो, आपके समय की बर्बादी इसे और छोटा बना देती है।


● आप अपने जीवन में कितना सफल हुए ये महत्वपूर्ण नहीं है। आप जितना सफल हो सकते थे, उतना सफल हुए की नहीं ये सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।


● आपके पास चाहे कितना भी योग्यता क्यों न हो, आप किसी महान कार्य को शांत और एकाग्रचित्त होकर ही कर सकते हो।


● आपको हमेशा अपने ज्ञान पर विश्वास करना चाहिए न कि किसी के बातों पर।

 

आपको Bill Gates की जीवनी और Bill Gates quotes & thought in hindi आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं। और हाँ आपको Bill Gates की जीवनी अगर आपको भी प्रेरित किया हो तो इसे शेयर करना न भूलियेगा।

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