Top 3 Inspirational Short Hindi Story | ये 3 कहानी जिंदगी बदल देगी

Top 3 Inspirational Short Hindi Story | ये 3 कहानी जिंदगी बदल देगी

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प्रेणादायक कहानियां


प्रेणादायक कहानीयां: कई बार जिंदगी में ऐसी मुश्किलें,ऐसी उलझने आकर खड़ी हो जाती है कि हम हिम्मत ही हार जाते हैं। कोई रास्ता ही दिखाई नहीं देता की क्या करें, समझ ही नहीं आता कि हमारी जिंदगी में ही इतनी परेशानियां क्यों आ रही है, इतनी तकलीफें और इतनी उलझने क्यों हो रही है ?

हम हमेशा सोचते रहते हैं कि हमें ही इतना दुःख क्यों मिलता है, क्या बिगाड़ा है हमने किसी का, क्यों हमारे साथ ही हमेशा गलत होता है ?


दोस्तों जब भी आपकी जिंदगी में ऐसा वक्त आये तो ये बेस्ट तीन प्रेणादायक कहानियां आपको बहुत ताकत देगी। आपको हिम्मत देगी और आपको आपकी उलझनों से बाहर निकलने का रास्ता दिखाएगी।


1. Famous Motivational Short Hindi Story | सोच बदलने वाली प्रेणादायक कहानी


एक व्यक्ति की जिंदगी में बहुत उलझनें, परेशानियां आती रहती थी । एक दिन तो उसका तबियत इतना खराब हो गया कि वो बिल्कुल अपनी जिंदगी से परेशान हो गया।


उस रात उसने ईश्वर से प्रार्थना करने लगा। वो इंसान पूरी तरह गुस्से में था। उसने भगवान से कहने लगा आज आपने मेरा पूरा दिन खराब कर दिया। आपने मेरे साथ ही ऐसा क्यों किया?


भगवान ने बड़े ही प्यार से उससे पुछा- क्यों क्या हो गया, मैंने तुम्हारे साथ क्या गलत कर दिया ? उस व्यक्ति ने जवाब दिया-मुझे सुबह जल्दी उठना था लेकिन अलार्म नहीं बजा और मुझे उठने में देर हो गयी।


एक तो मुझे पहले ही देर हो गयी थी और उसके बाद जैसे ही मैंने अपना स्कूटर स्टार्ट किया मेरा स्कूटर भी खराब हो गया। बहुत मुश्किल से मुझे एक रिक्शा मिली और देर होने की वजह से मैं अपने ऑफिस में अपना टिफिन ले जाना भूल गया। और जब ऑफिस पहुंचा तो वहां कैंटीन भी बंद थी।


बड़ी मुश्किल से मुझे कहीं से एक सैंडविच मिला और पुरा दिन मुझे एक सैंडविच खाकर निकलना पड़ा। लेकिन वो सैंडविच भी खराब था। मुझे कहीं से फोन पर एक बहुत अच्छा कम्पनी में ऑफर आया लेकिन ठीक उसी समय मेरा फोन बंद हो गया।


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फिर उस व्यक्ति ने कहा-मैंने सोचा कि घर जाकर Ace चलाकर सो जाऊंगा कुछ आराम करूँगा लेकिन जैसे ही घर पहुंचा तो लाइट ही खराब हो गयी थी। मुझे समझ मे ही नहीं आ रहा कि ये सारी तकलीफें आप मुझे ही क्यों देते हैं ? आपको कोई और नहीं मिलता क्या?


परमात्मा ने बड़े ही मधुरता से जवाब दिया- आप मेरी बात ध्यान से सुनिए। आज सारा दिन तुझ पर मुश्किलें और आफतें आनी थी। इसीलिए मैंने देवदूत को भेजकर तेरा अलार्म बजने ही नहीं दिया क्योंकि आज तेरा स्कूटर से एक्सीडेंट होने वाला था इसीलिए तेरा स्कूटर बिगाड़ दिया। जिस कैंटीन की तू बात कर रहा है उसका खाना खराब हो चुका था जो तेरे शरीर को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा सकता था।


जिस इंसान से तू फोन पर बात कर रहा था वो इंसान बहुत बड़ा घोटालेबाज था वो तुझे बहुत बड़ी मुश्किल में फंसा देता। इसीलिए तेरा फोन बंद करा दिया। और आज तेरे घर में शॉर्टसर्किट से आग लगने वाली थी इसीलिए मैंने तेरी बिजली ही बंद करवा दी।


दोस्तों ईश्वर ने उस व्यक्ति से कहा-मैंने तुझे दुःख देने के लिए या फिर परेशान करने के लिए ये सारी उलझने नहीं दी। बल्कि मैंने तुझे बचाने के लिए, तेरा जान बचाने के लिए ये सब की है।


जब उस आदमी को ये सब बात पता चला कि ये सारी चीजें मेरी रक्षा के लिए हुई है तो उस आदमी ने परमात्मा से माफी मांगने लगा, मुझे माफ़ कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती कर दी है मैं आपको समझ नहीं पाया।


उस परमात्मा ने कहा- माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन तुम विश्वास रखों मैं हमेशा तेरे साथ हूँ, मैं हमेशा सबका भला करता हूँ, मैं जो भी करूँगा तेरे भले के लिए ही करूँगा।


दोस्तों कई बार हमारे जीवन में भी ऐसी मुश्किल घड़ी आ जाती है, ऐसे हालात आ जाते हैं। जो हमें समझ नहीं आता कि हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है लेकिन भविष्य में जाकर हमें ये समझ आता है कि हमारे साथ अगर ये बात नहीं होता तो आज हम बहुत बड़ी मुश्किल में पड़ जाते।


Moral Education | नैतिक शिक्षा:


दोस्तों ये छोटी सी प्रेणादायक कहानी हमें ये नैतिक शिक्षा देती है कि जिंदगी में चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आये कोई उलझन क्यों न आये ?आप मन में हमेशा एक बात का विश्वास रखना की इसमें भी आपकी कोई भलाई ही छुपी हुई है।


इसमें भी आपके लिए कुछ अच्छा छिपा हुआ है। मुश्किलें आये तो कभी घबराये नहीं, बस मन मे ये विश्वास रखना कि परमात्मा मेरी रक्षा कर रहा है। जितनी कठिन ये रातें होंगी उतना ही आसान तुम्हारा आने वाला सबेरा होगा। जिंदगी में कभी निराश मत होना क्या पता कल वो दिन आये जिसका तुमको हमेशा से इंतजार था।


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सफर में मुश्किलें आएं तो हिम्मत और भी बढ़ती है। अगर कोई रास्ता रोके तो जरूरत और बढ़ती है। बिकने पर आ जाओ तो अक्सर चीजों के दाम घट जाते हैं और ना बिकने का इरादा हो तो कीमत और भी बढ़ जाती है। जब भी आपके जीवन में कोई मुश्किलें आये तो मन में हमेशा विश्वास रखना कि परमात्मा आपके साथ खड़ा है वो हमेशा आपका भला ही करेंगे।


2. Real Life Short Moral Education Story In Hindi | कर्म फल भोगने की कहानी

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एक दिन किसी देश के राजा ने अपने तीन मन्त्रियों को दरबार में बुलाकर आदेश दिया कि आप तीनों बगीचे में एक-एक थैला लेकर जाएं और वहाँ जाकर जो सबसे अच्छा फल मिले उसको इस थैले में डाल कर लायें।

तीनों मंत्री अलग अलग बाग में चले गये। पहले मंत्री ने कोशिश किया कि राजा के लिए अच्छे से अच्छे फल लेकर जाए। जो मीठे भी हो और स्वास्थवर्धक भी हो। उसने बहुत मेहनत करके अच्छे और मीठे फल लेकर दरबार की ओर लौट गया।


दुसरे मंत्री ने सोचा कि राजा कौन सा हर फल को चेक करने वाला है। ये सोचकर उसने जल्दी जल्दी में कुछ अच्छे फल और कुछ सड़े गले फल उस थैले में डाल कर लौट आया।


तीसरे मंत्री ने सोचा कि राजा की नजर तो सिर्फ भरे हुए थैले पर जाएगी। अंदर क्या है राजा थोड़े न चेक करेंगे। ये सोचकर उसने अपना समय बचाने के लिए जल्दी-जल्दी घास फूस भर कर लौट आया।


दूसरे दिन राजा उन तीनों मन्त्रियों को थैले समेत दरबार में उपस्थित होने का आदेश दिया। राजा ने तीनों मन्त्रियों को बिना थैले खोलकर देखे आदेश दिया कि इन तीनों मन्त्रियों को इनके थैलों समेत दो महीने जेल में बंद कर दो और खाने के लिए जो कुछ भी इनके थैले में है उसी से ये लोग अपना काम चलायेंगे।


उन तीनों मन्त्रियों को जेल में बंद कर दिया गया। अब जेल में उनके पास फलों के अलावा खाने पीने के लिए कुछ भी नहीं था। जो पहला मंत्री था उसके पास मीठे और स्वास्थ्यवर्धक फल थे वो मजे से खाता रहा। जो दूसरा मंत्री था उसको कुछ फल अच्छे मिले तो कुछ सड़े गले फल मिले उसी से अपना काम चलाने लगा।


जो तीसरा मंत्री था उसके पास खाने के लिए सिर्फ घास फुस और पत्ते थे। दो महीने के कैद के बाद जो पहला मंत्री था वो बिल्कुल स्वस्थ और चुस्त दुरुस्त था। लेकिन जो दूसरा मंत्री था वो बहुत बीमार होकर निकला। जो तीसरा मंत्री था वो दो महीने भूखे रहने की वजह से उसकी मृत्यु हो गयी थी।


दोस्तों ये नैतिक कहानी भी हमारी जिंदगी से ही जुड़ी हुई है। ये कहानी है ये हमारे ही किये हुए कर्म है और जो कैद है वो हमारा बुरा वक्त है। हम जिंदगी भर जो भी कर्म करते हैं हमारे बुरे वक्त में उन्हीं कर्मों का फल मिलता है।


अगर अपने जिंदगी भर बुरे कर्म किये हैं। कभी किसी का भला नहीं किया है, सबको दुःख पहुँचाया है। हमारे भी बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देगा। बल्कि लोग तो और भी खुश होते हैं कि अच्छा हुआ कि उसके साथ ऐसा हुआ क्योंकि उसके कर्म भी ऐसे थे।


लेकिन जो इंसान सबका भला करता है, सबके साथ अच्छा करता है जब उसके ऊपर कोई मुश्किलें आती है तो उसके द्वारा किये गए अच्छे कर्म किसी न किसी रूप में उसे जरूर वापस मिलता है।


नैतिक शिक्षा | Moral Education


दोस्तों ये छोटी सी प्रेणादायक कहानी हमें ये नैतिक शिक्षा देती है कि आप हमेशा अच्छे कर्म करते रहो। एक दिन आपको भी आपके द्वारा किये गए अच्छे कर्मों का फल अच्छा ही मिलेगा।


3. Short Inspirational True Love Story In Hindi | सच्ची प्रेम कहानी


एक बार एक ग्वालन दूध बेच रही थी। सबलोगों को वो दूध नाप कर देती थी। उसी समय एक नौजवान लड़का दूध लेने के लिए आया तो ग्वालन ने उस नौजवान को बिना किसी नापतौल के ही उसका दूध का बर्तन भर दिया।


वहीं थोड़ी दूर पर एक साधु हाथ में माला लेकर उसमें लगे मोती को गिन गिनकर माला फेर रहा था। तभी उसकी नजर उस ग्वालन पर पड़ी। उसने ये सब देखकर पास में बैठे एक व्यक्ति को सारी बात बताकर उसका कारण पूछा।


उस व्यक्ति ने बताया कि जिस नौजवान को उस ग्वालन ने बिना नापतौल के दूध दिया है दरअसल वो उस नौजवान से प्रेम करती है। इसीलिए उसने बिना नापतौल के ही उसकव दूध दे दिया।


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दोस्तों ऐसा सच्चा प्रेम देख उस महात्मा के दिल को छू गयी। वो सोचने लगा कि एक दूध बेचने वाली ग्वालन जिससे वो प्रेम करती है उसका कोई हिसाब नहीं रखती और मैं जिस ईश्वर से प्रेम करता हूँ उसका नाम माला से गिन गिनकर लेता हूँ। मुझसे तो अच्छी वो ग्वालन है।


दोस्तों ये छोटी सी प्रेणादायक कहानी भी हमारी जिंदगी से ही जुड़ी हुई है। दरअसल हम भी जिनके साथ प्रेम करते हैं उसके साथ किसी भी तरह का कोई हिसाब नहीं रखना चाहिए। क्योंकि जहाँ प्रेम में हिसाब होता है वहाँ प्रेम नहीं होता है और जहाँ प्रेम होता है वहाँ किसी बात का हिसाब नहीं होता है।


दोस्तों आज कलयुग में लोग प्रेम भी हिसाब किताब देख कर ही करते हैं। अगर उसने मेरे लिए कुछ किया है तभी मैं उसके लिए कुछ करूँगा। अगर वो मेरे लिए कुछ नहीं करता तो मैं क्यों कुछ करूँ।


दोस्तों ये प्रेम नहीं है दरअसल में ये एक व्यापार है। इसीलिए आज हमारे रिश्तों की मधुरता खो गयी है। इसलिए हमारे रिश्तों में वो प्रेम खो गया है जो होना चाहिए।


नैतिक शिक्षा | Moral Education


दोस्तों ये एक छोटी सी प्रेणादायक कहानी हमें ये शिक्षा देती है, अगर आप अपने रिश्तों में प्रेम बढ़ाना चाहते हैं तो किसी भी तरह का हिसाब किताब करना छोड़ दो कि उसने मेरे लिए क्या किया है ? दोस्तों अगर आप किसी से प्रेम करते हो तो बस निःस्वार्थ होकर उससे प्रेम करते रहो।


दोस्तों हमें आशा है कि ये टॉप तीनों प्रेणादायक कहानियां आपके जीवन को एक नया मार्गदर्शन देगी। आपके रिश्तों में प्रेम भरेगी और आपके जिंदगी में एक खुशी और शांति लेकर आयेगी।


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